विदिशा पुलिसकर्मियों ने बलवा ड्रिल का किया अभ्यास। नारेबाजी करती हुई आई भीड़, समझाइश के बाद भी नहीं मानी, पुलिस ने किया तितर-बितर।

विदिशा नेपोलियन ने बलवा का अभ्यास किया।
बैल करती है आई भीड़, समझाइश के बाद भी नहीं मानी, पुलिस ने की तितर-बितर।

ग्राम खोंगरा से हरिओम पाल की खबर

पुलिस अधीक्षक सहित चार चौकी प्रभारी व 4 चौकी प्रभारी मौजूद रहे।
पुलिस कप्तान ने दिया संदेश, सभी विदिशा सुरक्षित हैं।

आगामी त्योहारों को दृष्टिगत रखते हुए बलवा परेड के आयोजन में शामिल होने के लिए विरोधियों को ऑपरेशंस में भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए तैयार किया जा रहा है। इस परेड में पुलिस के 200 अधिकारी कर्मचारी शामिल हुए। जिसमें दो ग्रुप में बंटवारा कर दिया गया। इसलिए स्टेशन से लेकेर स्टॉक व डेविलियन में मित्र यात्रियों को मुख्य रूप से प्रशिक्षण दिया जाता है।

शुक्रवार की सुबह पुलिस लाइन विदिशा में परेड का अभ्यास किया गया। इस दौरान पुलिस और पब्लिक पर इंटरनैशनल कर रहे दंगाइयों को तितर-बितर कर नियंत्रित करने का अभ्यास किया गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक रोहित कासवानी समेत चार प्रभारी व चार प्रभारी मौजूद रहे।

घायल को अस्पताल भेजा गया रोहित कासवानी के अनुसार बलवा मॉकड्रिल रिहर्सल परेड में पुलिस की अलग-अलग टीमें बनाई गईं। टियर गैस पार्टी, अश्रु गैस पार्टी, लाठी पार्टी, राइफल पार्टी, मेडिकल पार्टी, वॉटर कैनन पार्टी को अपना-अपना कार्य तय करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद अलग-अलग पार्टियों को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों से पुलिस ने बात की और फिल्मों की कोशिश की, लोगों की भीड़ में अचानक उग्रता हो गई और पुलिस पर हमला करना शुरू कर दिया।
यह देख पुलिस ने उन्हें पहले चेतावनी दी। इसके बाद भी उन्होंने नहीं माना तो गैस के गोले दागे और गैस के गोले छोड़े तब भी सामान्य सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा था, तब पुलिस द्वारा घोषणा कर चेतावनी दी गई, कि मध्य प्रदेश के उग्रवादी गुटों को पुलिस टीम द्वारा लाठीचार्ज भी किया गया। गोलीबारी के बाद प्रदर्शनकारियों पर प्रतिबंध और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान से बचाने के लिए मजिस्ट्रेट का आदेश दिया गया। जिसमें कुछ घायल भी हो गए और कुछ घायल भी हो गए जिन्हें उपचार के लिए डॉक्टर की टीम द्वारा एम्बुलेंस से अस्पताल में भर्ती कराया गया।