देवास। महारानी पुष्पमाला राजे पवार शासकीय कन्या महाविद्यालय देवास से एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण दिनांक 13 फरवरी 2024 को 45 छात्राओं का दल आंचलिक विज्ञान केंद्र भोपाल शैक्षणिक भ्रमण के लिए गया। आंचलिक विज्ञान केंद्र भोपाल में कुछ विशेष प्रकार की दीर्घा हैं जैसे दर्पण, ऊर्जा, मनोरंजक विज्ञान, वायुमंडल दीर्घा इसके अलावा प्रमुख आकर्षण के केंद्र के रूप में 3क् फिल्म, तारामंडल, विज्ञान उद्यान और आकाश दर्शन कार्यक्रम है।
शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम मुख्य संयोजक डॉक्टर शरद वर्मा विभाग अध्यक्ष प्राणी शास्त्र तथा सहसंयोजक प्रो. अंजली वर्मा विभागाद्यक्ष रसायनशास्त्र एवं डा. वर्षा जायसवाल विभागाध्यक्ष राजनीती शास्त्र के द्वारा आंचलिक विज्ञान केंद्र भोपाल का शैक्षणिक भ्रमण करवाया गया।
आंचलिक विज्ञान केंद्र,भोपाल का उदघाटन 12 जनवरी 1995 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा द्वारा किया गया था. यह केंद्र राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय (एनसीएसएम) की 25 इकाईयों में से एक है, जो कि संस्कृति मंत्रालय,भारत सरकार के अंतर्गत एक स्वायत्त वैज्ञानिक संगठन है। सामान्य रूप से जनता और छात्रों के बीच विज्ञान और प्रौद्योगिकी को लोकप्रिय बनाने के लिए ये संस्थान प्रयासरत है।
आंचलिक विज्ञान केंद्र,भोपाल में एक मोबाइल साइंस प्रदर्शनी (एमएसई) बस है जिसमें 19 प्रादर्श है जो राज्य के दूरदराज के क्षेत्रों में जाती है। वैज्ञानिक जागरूकता पैदा करने के लिए प्रदर्शनी का वर्तमान विषय है- चीजे कैसे काम करती है।
विज्ञान के छात्रों के लिए विज्ञान की शिक्षा के पूरक , विभिन्न स्कूलों में इस केंद्र द्वारा व्याख्यान आयोजित किए जाते हैं. छात्र कला/ मिट्टी के मॉडलिंग सीखते हैं, विज्ञान में प्रयोग करते हैं, मॉडल / किट आदि विकसित करते हैं। विज्ञान के क्षेत्र में प्रसिद्ध व्यक्तियों को समय-समय पर वर्तमान विषयों पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी के महत्वपूर्ण पहलुओं पर वार्ता देने के लिए आमंत्रित किया जाता है। विद्यार्थी , शिक्षक अपने ज्ञान को उन्नत कर सकते हैं और अपने संदेह को साफ करने के लिए भी बातचीत कर सकते हैं। रचनात्मक विज्ञान कार्यशालाएं गर्मी की छुट्टी के दौरान आयोजित की जाती हैं ताकि छात्रों को भौतिक विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स, जीवन विज्ञान और कंप्यूटर के क्षेत्र में विज्ञान प्रोजेक्ट बनाने में अपनी तकनीकी कौशल विकसित करने का मौका मिल सके। छुट्टी के समय छात्रों के लिए बैचों में एक सप्ताह के सत्र आयोजित किए जाते हैं।
इस केंद्र में 50 लोगो की क्षमता का एक 3 डी साइंस शो थिएटर स्थापित किया गया है, विशेष रूप से बच्चों द्वारा इसकी बहुत सराहना की गई है एसी हॉल के अंदर बैठ कर 3 डी साइंस शो में वास्तविक जीवन अनुभव का आनंद ले सकते हैं।
आतंरिक दीर्घाओं के अलावा, विज्ञान केंद्र में 3 एकड़ के हरे भरे हरे जमीन पर फैला हुआ एक अद्वितीय विज्ञान पार्क है, जिसमें 60 से अधिक प्रादर्श है.केंद्र में एक मिनी पोर्टेबल तारामंडल है जिसमें एक इनफ्लिीटेबल गुंबद है, जो एक बार में 20 आगंतुकों को समायोजित कर सकता है। 30 मिनट के दौरान दर्शकों को प्रश्नों के बारे में व्याख्याता के साथ बातचीत कर सकते हैं। आगंतुक खुद को रात के आकाश के विभिन्न सितारों, तारामंडल, राशि चक्र आदि से परिचित हो सकते हैं।
केंद्र में परिष्कृत दूरबीनों के माध्यम से ग्रहों, चन्द्रमा की सतह आदि को देखने की सुविधा उपलब्ध है। प्रत्येक शनिवार और रविवार की शाम को, आगंतुकों के लिए आकाश दर्शन अवलोकन कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। विशेष कार्यक्रमों को समय-समय पर होने वाली खगोलीय घटनाओं को दिखाने के लिए किया जाता है।