स्कूल शिक्षा विभाग के कार्यो की समीक्षा जीर्णशीर्ण भवनो में कक्षाएं संचालित ना हो

स्कूल शिक्षा विभाग के कार्यो की समीक्षा
जीर्णशीर्ण भवनो में कक्षाएं संचालित ना हो

ग्राम खोंगरा से हरिओम पाल की खबर

कलेक्टर श्री अंशुल गुप्ता ने बुधवार को स्कूल शिक्षा विभाग के कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले के दिव्यांग विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में विशेष प्रोत्साहन देते हुए उन्हें प्रोत्साहित करें। कलेक्टर श्री गुप्ता ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिए है कि एक भी जीर्णशीर्ण शाला भवनों में कक्षाएं संचालित ना हो। बीआरसी भ्र्रमण कर नजदीक के शासकीय भवनो में कक्षाएं संचालित करने के प्रबंध सुनिश्चित करेंगे। शासकीय स्कूलो के विद्यार्थियों का बौद्धिक विकास में बढोतरी हो इसके लिए शैक्षणिक गतिविधियों के नवाचारो का उपयोग कर खेल-खेल में अध्ययन कार्यो में निपुण करें।
कलेक्टर श्री गुप्ता के द्वारा आयोजित इस बैठक में कक्षा एक से लेकर पांच तक के विद्यार्थियों हेतु जिले में किए जा रहे प्रबंधो की बिन्दुवार समीक्षा की गई। पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुत की गई जानकारियांे में शासकीय स्कूलो में दाखिला, पुस्तक वितरण, साइकिल वितरण, आगामी सत्र में संभावित विद्यार्थियों की संख्या, गणवेश वितरण हेतु पिछले वर्ष के फैल खातो की जानकारियां, जिले में संचालित छात्रावासो के उन्नयन और विद्यार्थियों के बहुमुखी विकास के साथ-साथ स्वरोजगारमुखी क्षेत्र में आत्म सबल की और बढे इसके लिए शासकीय आईटीआई की विभिन्न टेªडो में दाखिला दिलाने के संबंध में निर्देश दिए गए है।
कलेक्टर श्री अंशुल गुप्ता ने जिले के शासकीय स्कूलो में कक्षा एक से आठ तक में अध्ययनरत दिव्यांग विद्यार्थियों को प्रदाय किए जाने वाले भत्ता की जानकारियां प्राप्त की गई। इसके अलावा सीडब्ल्यूएसएन नामांकन, साक्षरता सर्वे तथा प्राप्त बजट का विभिन्न कार्यो में व्यय इत्यादि की समीक्षा की गई है।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने जिला शिक्षा केन्द्र के माध्यम से विद्यार्थियों के बहुमुखी विकास हेतु संचालित योजनाओं और उनकी प्राप्ति की पृथक-पृथक विषयवार नियुक्त नोडलो के माध्यमों से जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर श्री गुप्ता ने विद्यार्थियों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते हुए उनका स्वास्थ्य परीक्षण स्कूलो में शिविर आयोजित कर कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए है और चिन्हांकित बच्चों को मेडिकल फेसिलिटी समय पर मिले के प्रबंध सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए है।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने जिला खेल अधिकारी को निर्देशित किया है कि जिले के दिव्यांग विद्यार्थियों में खेलो के प्रति रूझान बढे और दिव्यांगजनो की राज्य व राष्ट्रीय प्रतियोतिगता में शामिल होकर खेलो के माध्यम से अपने हुनर से ख्याति अर्जित कर जिले का नाम गौरवान्वित करें। इसके लिए दिव्यांगजनों को खेलो के प्रशिक्षण की सुविधाएं मुहैया कराने और खेलो का वार्षिक कैलेण्डर जारी करने के निर्देश दिए है।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने विद्यार्थियों के आयुष्मान कार्ड अनिवार्य रूप से बनाए जाएं इसके अलावा सभी विद्यार्थियों के आधार, समग्र आईडी बनाने का कार्य किया जाए वहीं ऐसे विद्यार्थी जिन्हें शासन के दिशा निर्देशानुसार जाति प्रमाण पत्र जारी किए जाने है यह कार्य शैक्षणिक सत्र के प्रथम सत्र में ही पूरा कर लिया जाए ताकि शासन की अन्य योजनाओं का लाभ लेने से वंचित ना रहें खासकर छात्रवृत्ति को उन्होंने रेखांकित किया।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि जिले के छात्रावासो में रहने वाले विद्यार्थियों के बीच खेल प्रतियोगिताओं का हो और विभिन्न प्रकार की जानकारियां सुगमता से प्राप्त हो इसके लिए छात्रावासी विद्यार्थियों का भ्रमण कार्यालयो में कराने तथा कानूनी जानकारी देेने और पुस्तकालय संचालित करने के निर्देश देेते हुए कहा कि इन पुस्तकालयो में अंग्रेजी भाषा के पेपर की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि जिले के शासकीय स्कूलो में अधिक से अधिक एनसीसी एनएसएस व स्काउट नवीन स्कूलो में शुरू कराने की व्यवस्था क्रियान्वित की जाए। उन्होंने निर्माण कार्यो को संपादित करने वाले सभी उपयंत्रियों को निर्देश दिए है कि स्कूल शिक्षा विभाग की पूर्व में निर्मित सभी सम्पतियां संबंधित ग्राम पंचायत की सम्पत्ति पंजी में अनिवार्य रूप से दर्ज कराएं। उन्होंने सभी बीईओ, बीआरसी को निर्देश दिए है कि बच्चों के शत प्रतिशत नामांकन के लक्ष्यों की प्राप्ति नहीं हो जाती है तब तक मुख्यालय ना छोड़े। कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में आयोजित उक्त बैठक में डीपीसी के द्वारा विभागीय कार्यो की जानकारियां प्रस्तुत की गई वहीं कार्य विशेष के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों के द्वारा जानकारियां सांझा की गई है। बैठक में संयुक्त कलेक्टर व स्कूल शिक्षा विभाग की जिला नेाडल अधिकारी श्रीमती शशि मिश्रा, जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ श्री पंकज जैन, जिला शिक्षा अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी समेत अन्य विभागो के अधिकारी तथा शिक्षा विभाग के समस्त एपीसी, सहायक यंत्री, बीईओ, बीआरसी, उपयंत्री, बीएसी, एमआईएस समन्वयक, डाटा इन्ट्री आपरेटर, एमआरसी, लेखापाल मौजूद रहें।