पंचायत सचिवालय से विकास के द्वार खुलते हैं – मंत्री श्री पटेल
पंच सरपंच सम्मेलन का उद्घाटन
विदिशा, दिनांक 14 अप्रैल 2025
ग्राम खोंगरा से हरिओम पाल की खबर
पंचायत एवं ग्रामीण विकास एवं श्रम मंत्री श्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने बासौदा के जिला पंचायत परिसर में पंच सरपंच सम्मेलन को स्मारक बनाते हुए कहा कि पंचायत भवनो से ग्राम विकास के द्वार खोले जाते हैं। उन्होंने ग्राम पंचायतो को विभिन्न स्तरो से बीमाकृत करा जाने वाली राशि में वृद्धि को अनुपातित किया है।
मंत्री श्री पटेल ने इससे पहले बासौदा जिला पंचायत में 11 करोड़ आठ लाख की लागत से बनने वाले निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था, जिसमें 11 करोड़ छह लाख की लागत से बनने वाले 11 पहानुच मार्ग और दो करोड़ की लागत से बनने वाले आठ सहायक भवन शामिल हैं।
बासौदा जिला पंचायत प्रागंण में आयोजित पंच सरपंच सम्मेलन को मंत्री श्री प्रह्लाद पटेल ने पंचायतो के सुदृढीकरण के लिए प्रशासन के साथ-साथ जल गंगा अभिगमन अभियान का निर्वाह किया। उन्होंने जल का सदुपयोग करने पर बल देते हुए कहा कि पंचायतो को जो राशि प्राप्त होती है। उनके परमाणु संयंत्र के परमाणु ऊर्जा संयंत्र को सुव्यवस्थित रूप से पूर्ण रूप से खर्च किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि हरेक पंचायत को 15वें वित्त आयोग, राज्य का पंचावन वित्त आयोग, स्टांप ड्यूटी, गौण मिनरल्स, रायल्टी की राशि दी जाती है, वहीं मांग के आधार पर मनरेगा की राशि अनुपातिक आधार पंचायतो को उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पंचायत भवनों के निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रदेश में 1153 पंचायतो को अटल सेवा सदन भवन निर्माण के लिए राशि दी गई है वहीं हरेक ग्राम पंचायत में एक-एक बालिका भवन हो के कार्य को मूर्तिरूप दिया जा रहा है।
मंत्री श्री पटेल ने कहा कि हरेक ग्राम पंचायत में रिकार्ड रिकार्ड की व्यवस्था क्रियान्वित की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के ऐसे जिले और जिला पंचायत में स्वंय का भवन नहीं है, उन्हें भवन निर्माण के लिए प्रबंधन अर्थशास्त्री नियुक्त किया जा रहा है। वहीं प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में चिन्हांकित किए गए साढे 15 लाख हितग्राहियों की सूची को शीघ्रतिशीघ्र पूरा किया जा रहा है शेष हितग्राहियों को सर्वेक्षण सूची में नाम जुड़वाने के लिए पुनः आरंभ किया जा रहा है इसके लिए वे स्वंय आॅन लाइन पर पंजीकरण करा सकते हैं।
मंत्री श्री पटेल ने ग्रामीण क्षेत्र में जल के स्त्रोतों के बारे में विशेष ध्यान देते हुए कहा कि पानी की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। यह सब हमारी असंभव से संभव हो रहा है हम धरती से पानी निकालने के लिए आतुर रहते हैं। व्यवसायिक संरक्षण के लिए वह पहले नहीं करता है। ग्रामीण क्षेत्र में पानी की सब्जी बनाई जा रही है इसके लिए ग्रामीण इलाकों में विशेष बल दिए गए हैं इसके लिए शासन स्तर से उपलब्ध कराए जाने वाली मछली पर उन्होंने प्रकाश डाला है।
कार्यक्रम को बासौदा के अध्यक्ष श्री हरिसिंह राजवंशी, श्री शैलेन्द्र सिंह रघुवंशी को भी पद से सम्मानित किया गया।