रजक समाज के नवगठित संगठन की सतीश रजक ने की घोषणा

मध्य प्रदेश में रजक समाज के उत्थान और विकास के लिए 23 फरवरी 2025 को संत श्री गाडगे महाराज जी की जयंती के शुभ अवसर पर एक नए संगठन रजक युवा शक्ति संगठन की नींव रखी गई। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य समाज को एक नई दिशा प्रदान करना, युवाओं को समाज सेवा के प्रति प्रेरित करना और समाज में व्याप्त असमानताओं को समाप्त करना है। संगठन के संस्थापक सतीश रजक

ने बताया कि इस संगठन की दिशा और दशा दोनों तय की गई हैं। यह संगठन केवल समाज सुधार का कार्य नहीं करेगा, बल्कि समाज के युवाओं को भी प्रेरणा देने का कार्य करेगा। वर्तमान समय में युवाओं में समाज के प्रति चिड़चिड़ापन और उदासीनता देखी जा रही है, जिसे दूर करना इस संगठन का प्रमुख लक्ष्य होगा।
युवाओं को समाज के प्रति समर्पण की भावना से जोड़ने के लिए संगठन नियमित रूप से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। इनमें समाज सुधार, शिक्षा, रोजगार और सामाजिक समरसता से जुड़े विषयों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
आज के समय में कई युवा समाज सेवा से दूर होते जा रहे हैं। इसका मुख्य कारण समाज के प्रति बढ़ती उदासीनता और असामाजिक तत्वों का प्रभाव है। हमारा संगठन युवाओं को समाज सेवा की ओर प्रेरित करेगा और उन्हें यह सिखाएगा कि एक संगठित समाज ही विकास कर सकता है। इसके लिए निम्नलिखित कार्य किए जाएंगे:
शिक्षा और रोजगार: युवाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने और रोजगार के अवसरों से जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे। सामाजिक एकता और समरसता: जातिगत भेदभाव को समाप्त कर समाज को एकजुट किया जाएगा। संस्कृति और धर्म के प्रति जागरूकता: सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति के मूल्यों को समाज में पुनर्स्थापित किया जाएगा। असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई: समाज में फैल रही अनियमितताओं को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
अक्सर देखा जाता है कि कुछ लोग समाज का उपयोग केवल अपनी राजनीतिक चमकाने के लिए करते हैं, जिससे समाज की वास्तविक समस्याएं नजरअंदाज हो जाती हैं। लेकिन हमारा संगठन निस्वार्थ रूप से समाज सेवा के लिए कार्य करेगा और हर व्यक्ति को समाजहित में कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा।

सनातन धर्म और सामाजिक समरसता का प्रचार-प्रसार

संगठन का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य समाज में सनातन धर्म के प्रति जागरूकता फैलाना है। समाज को यह समझाना आवश्यक है कि हमारी संस्कृति और परंपराएं ही हमारी असली पहचान हैं। हम संत श्री गाडगे महाराज, प्रभु श्रीराम और संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर जी के सिद्धांतों को मानते हैं और उनके बताए मार्ग पर चलने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

*समाज को सही दिशा देने की प्रतिबद्धता*

यह संगठन न केवल समाज को संगठित करने का कार्य करेगा, बल्कि उसे सही दिशा और दशा देने के लिए भी पूरी निष्ठा से कार्य करेगा। हमारा मुख्य लक्ष्य समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है, जिससे आने वाली पीढ़ियां भी गौरवान्वित महसूस करें। एक संगठित समाज ही सशक्त समाज होता है” – इसी सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए हमारा संगठन निरंतर समाज सेवा में समर्पित रहेगा। यह संगठन समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलेगा और सभी को समान अवसर प्रदान करने के लिए कार्य करेगा। यह संगठन समाजहित और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए कार्य करेगा। हम सभी समाज के लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे इस संगठन से जुड़ें और समाज सुधार के इस महान कार्य में अपना योगदान दें।