उदयपुर नीलकंठ महादेव मंदिर में आज उमरेगा जन सैलाब प्रशासन द्वारा बिजली पानी स्वास्थ्य सेवाएं पुलिस व्यवस्था पार्किंग व्यवस्था व्यवस्था की विशेष इंतजाम किए

उदयपुर नीलकंठ महादेव मंदिर में आज उमरेगा जन सैलाब प्रशासन द्वारा बिजली पानी स्वास्थ्य सेवाएं पुलिस व्यवस्था पार्किंग व्यवस्था व्यवस्था की विशेष इंतजाम किए

ग्राम खोगंरा हरिओम पाल की खबर

आज शिवरात्रि पर एक लाख से अधिक बदलो की यात्रा की उम्मीद प्रशासन द्वारा पिछले 15 दिनों से की गई है। 10 स्थानों के रूप में दूर-दूर से लेकर समाधि तक के लिए जाते हैं वहां पर दूर-दूर से लेकर ग्रहण करने तक के लिए मंदिर जाते हैं। ऐसा ही एक प्राचीन मंदिर विदिशा के अंतर्गत आता है, जब तहसील के रेलवे स्टेशन से 22 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यहां बाली शिल्प का प्रतीक नीलाधार महादेव मंदिर है, जहां परमार वंश के शासक राजा ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था। तेनितेश्वर महादेव मंदिर से संबंधित एक अन्य सिद्धांत के अनुसार मंदिर को एक ही व्यक्ति ने रात-रात में तैयार किया था। गायक है तो किसी का हाथ और इन पर देखने से लगता है कि मुगल ने आयरन मैन के समय की इन मूर्तियों के साथ खान की होगी नीलकंठ का महादेव मंदिर की मजबूत भोपाल के पास स्थित भोजपुर महादेव मंदिर से पूरी तरह से खाली मेल है जो कि अलग और खुद में अनोखा है ऊपर के काम में सोना नीलकंठ ईश्वर के नाम से लिखा है। दरी के पास रखा जाएगा एवं परी घाटेश मार्ग से आने वाले टुकड़ियों को हाई स्कूल तिहारी पर छोड़ दिया जाएगा जैसे कि प्राचीन राजवंश को पैदल ही मंदिर तक ले जाया जाएगा, जिसमें यात्री उत्सव भी शामिल होंगे।उनकी भी व्यवस्था की गई है, जिसमें पैन सिस्टम से लेकर जल पहुंच तक की व्यवस्था, अवशेष पुलिस व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था की व्यवस्था की गई है, जिसे लेकर चारों ओर से भारी पुलिस बल को बुलाया गया है, समिति सदस्यों को भी सुरक्षा में तैनात किया गया है।